ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
6 मई 2025 को भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 हिंदू तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई थी।
🔥 ऑपरेशन सिंदूर: उद्देश्य और रणनीति
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने ऑपरेशन सिंदूर को "संयमित, लक्षित और गैर-उत्तेजक" बताया। इसका उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज़्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के ढांचागत ठिकानों को नष्ट करना था। हमलों में राफेल लड़ाकू विमानों से SCALP मिसाइलों और AASM हैमर बमों का उपयोग किया गया, जो 23 मिनट तक चले।
🎯 प्रमुख लक्ष्य और हमले के स्थान
ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ स्थानों पर हमले किए गए, जिनमें शामिल हैं:
बहावलपुर
मुरीदके
तेहरा कलां
सियालकोट
भिंबर
कोटली
मुझफ्फराबाद
TV9 Bharatvarsh
इन स्थानों पर आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों, कमांड सेंटरों और हथियार भंडारण स्थलों को निशाना बनाया गया।
🇵🇰 पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इन हमलों को "युद्ध की कार्रवाई" करार दिया और जवाबी कार्रवाई में भारतीय नियंत्रण वाले कश्मीर में मोर्टार दागे, जिससे तीन नागरिकों की मृत्यु हुई। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को कड़ी प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और क्षेत्र में शांति बनाए रखने का आग्रह किया।
🕊️ निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और लक्षित कार्रवाई का प्रतीक है। हालांकि, यह कार्रवाई भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है, जो पहले से ही परमाणु हथियारों से लैस दो पड़ोसी देशों के बीच जटिल संबंधों को और अधिक संवेदनशील बना सकती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका इस स्थिति में अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहे।
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